याद रखें, ज़िन्दगी में कुछ लोग आसुओं की तरह होते हैं,
पता नहीं चलता है कि साथ दे रहे हैं या साथ छोड़ रहे हैं।
ज़िन्दगी आसान नहीं होती, इसी आसान बनाना पड़ता है।
कभी किसी को याद कर, तो कभी किसी को भूल कर।
समुद्र तक जाना है तो पहले नदी को समझना होगा।
मंजिल जानने से ज़्यादा ज़रूरी है, रास्ते को जानना।
जिसे भी पुकारें, नाम से पुकारें; आवाज़ दिल तक पहुँचती है।
ज़िन्दगी के बही-खाते में इन "पुकारों" का बहुत महत्व है।
आभार : अमर उजाला समाचार पत्र
पता नहीं चलता है कि साथ दे रहे हैं या साथ छोड़ रहे हैं।
ज़िन्दगी आसान नहीं होती, इसी आसान बनाना पड़ता है।
कभी किसी को याद कर, तो कभी किसी को भूल कर।
समुद्र तक जाना है तो पहले नदी को समझना होगा।
मंजिल जानने से ज़्यादा ज़रूरी है, रास्ते को जानना।
जिसे भी पुकारें, नाम से पुकारें; आवाज़ दिल तक पहुँचती है।
ज़िन्दगी के बही-खाते में इन "पुकारों" का बहुत महत्व है।
आभार : अमर उजाला समाचार पत्र
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