प्रिय विवेक जी,
राधे ---राधे....
हम सबके प्यारे "कृष्ण कन्हैया" के जन्मदिन की सबको हार्दिक बधाई.....
आज मेरे छोटे और नटखट बेटे "वात्सल्य" का भी जन्मदिन है.... आज वह 12 वर्ष के हो गये हैं...
आज सुबह मेरे बेटे ने कहा ..."पापा मुझे मेरे जन्मदिन पर तीन चीजें चाहिए...."घड़ी , पर्स और चश्मा "
मैंने उससे कहा देखो बेटा ..."तीनों में से एक ही चीज़ मिलेगी आपको....." अब यह आपको तय करना है... कि आपको जन्मदिन पर कौन सा उपहार चाहिए.... "
थोड़ी देर सोचने के बाद बेटे ने कहा ...ठीक है पापा फिर मुझे घड़ी चाहिए ( मैं भी उससे शायद इसी जवाब की आशा कर रहा था , सच में बहुत समझदारी की बात की उसने....)
मुझे भी अपना बचपन याद आ गया , जब मेरे पापा जी ने मुझे भी 6th class में आने पर घड़ी लाकर दी थी...
मैं तो बस भगवान् से यही प्रार्थना करता हूँ..... जीवन में हमेशा , मेरा बेटा समय के महत्त्व को समझे... उसे जीवन में सब खुशियाँ मिलें... मेरी उम्र भी उसे लग जाए...."
आज शाम को उसको घड़ी दिलानी है.... आज सुबह से ही खुश है..... अम्मा ...बाबा ...चाचा ..चाची सबसे कह रहा है... "आज शाम को पापा मुझे घड़ी दिलाने वाले हैं...."
आपका ही,
शलभ गुप्ता
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