1/20/2017

"ज़िन्दगी.."

बहुत खूब लिखा है किसी ने,

[१]
वक्त का ख़ास होना ज़रूरी नहीं,
ख़ास लोगों के लिए वक्त होना ज़रूरी है।

[२]
एक बेहतरीन ज़िन्दगी जीने के लिये,
यह स्वीकार करना भी ज़रूरी है ,
कि सब कुछ, सबको नहीं मिल सकता।

1/17/2017

"दो पंक्तियाँ .."

किसी ने क्या खूब कहा है ,

[१] खोये हुए हम खुद हैं और ढूंढते खुदा को हैं।

[२] देखने के लिये इतना सब कुछ होते हुए भी ,
बंद आँखों से देखना भीतर देखना सबसे बेहतर है।



1/12/2017

"ख्वाहिश.."

क्या खूब कहा है किसी ने ,

ख्वाहिश भले छोटी सी हो
लेकिन, उसे पूरा करने के लिये
दिल ज़िद्दी सा होना चाहिये।  

1/11/2017

"वसीयत या विरासत"

किसी ने क्या खूब कहा है,
यह महत्वपूर्ण नहीं  है कि "वसीयत" में हमें क्या मिला है ,
महत्वपूर्ण यह है कि "विरासत" में हम क्या छोड़ कर जा रहे हैं।