6/12/2018

"शाम-ए-ग़ज़ल"

कल ज़िगर मंच पर "शाम-ए-ग़ज़ल" का आयोजन हुआ.. 
जिगर मुरादाबादी और मंसूर उस्मानी  जी की खूबसूरत गज़लें
और समी  नियाजी की दिलकश आवाज़।
एक यादगार शाम।     



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