4/29/2010

एक चिठ्ठी Bobby ji के नाम .......

हम सब के प्रिय Bobby ji,
मैं जानता हूँ, आपसे बातें करने का यह उचित समय नहीं है। पर मेरा मन आपसे कुछ बातें करना चाहता है। पिछले कई दिनों से प्रतिदिन विवेक जी से आपके बारे में बात हो रही है। आपसे बिना मिले ही अपनेपन का अहसास मन में हो रहा है। सब अपने परिवार का एक अहम् हिस्सा होते हैं।
हम सभी विवेक जी के आभारी हैं , जो निरंतर आपके स्वास्थ्य के बारे में हम लोगों को अवगत करा रहे हैं।
आपके परिवार के साथ -साथ हम सब भी आपके स्वास्थय को लेकर अत्यंत चिंतित हैं। भगवान् सब ठीक करेंगें .... विवेक जी भी यही कहते हैं.... इन कुछ दिनों में हम सब एक भावनात्मक रिश्ते की डोर से बंध गये हैं।
जूही दीदी , विवेक जी सब आपसे बातें करना चाहते हैं। आपको शीघ्र से शीघ्र स्वस्थ देखना चाहते हैं। आप हमारे परिवार का एक अहम् हिस्सा हैं।
और हाँ, एक बात और कहनी है आपसे विवेक जी को मेरी कवितायें अच्छी लगती हैं.... आपको भी एक दिन जरूर सुनानी हैं।
आप शीघ्र ही स्वस्थ हों, हम सब की प्रभु से बस यही कामना है....
सादर व साभार !
आपका ही,
शलभ गुप्ता
एवं
ब्लॉग के मेरे सारे मित्र गण !

No comments:

Post a Comment